शब्द का अर्थ
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पारि :
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स्त्री० [हिं० पार] १. नदी, समुद्र आदि का किनारा। २. ओर। दिशा। ३. बाँध या मेंड़। ४. मर्यादा। सीमा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारि :
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स्त्री० [हिं० पार] १. नदी, समुद्र आदि का किनारा। २. ओर। दिशा। ३. बाँध या मेंड़। ४. मर्यादा। सीमा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिकांक्षी (क्षिन्) :
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पुं० [सं० पारि=ब्रह्मज्ञान√काङ्क्ष (चाहना)+णिनि] तपस्वी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिकांक्षी (क्षिन्) :
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पुं० [सं० पारि=ब्रह्मज्ञान√काङ्क्ष (चाहना)+णिनि] तपस्वी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिख :
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पुं०=पारखी। स्त्री०=परख। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिख :
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पुं०=पारखी। स्त्री०=परख। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिखेय :
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वि० [सं० परिखा+ढक्—एय] १. परिखा या खाईं से संबंध रखनेवाला। २. परिखा या खाईं से घिरा हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिखेय :
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वि० [सं० परिखा+ढक्—एय] १. परिखा या खाईं से संबंध रखनेवाला। २. परिखा या खाईं से घिरा हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिगर्भिक :
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पुं० [सं० परिगर्भ+ठक्—इक] बच्चों को होनेवाला एक रोग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिगर्भिक :
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पुं० [सं० परिगर्भ+ठक्—इक] बच्चों को होनेवाला एक रोग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिग्रामिक :
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वि० [सं० परिग्राम+ठञ्—इक] किसी गाँव के चारों ओर का। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिग्रामिक :
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वि० [सं० परिग्राम+ठञ्—इक] किसी गाँव के चारों ओर का। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिग्राह्य :
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पुं० [सं० परिणाह+ष्यञ्] घर-गृहस्थी के उपयोग में आनेवाली वस्तुएँ या सामग्री। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिग्राह्य :
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पुं० [सं० परिणाह+ष्यञ्] घर-गृहस्थी के उपयोग में आनेवाली वस्तुएँ या सामग्री। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिजात :
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पुं० [सं० पं० त०] १. स्वर्ग के पाँच वृक्षों में से एक वृक्ष, जो समुद्र-मंथन के समय निकला था, तथा जिसके संबंध में कहा गया है कि इसे इंद्र नंदनवन में ले गये थे। २. परजाता या हरसिंगार नामक पेड़। ३. कचनार। ४. फरहद। ५. सुगंध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिजात :
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पुं० [सं० पं० त०] १. स्वर्ग के पाँच वृक्षों में से एक वृक्ष, जो समुद्र-मंथन के समय निकला था, तथा जिसके संबंध में कहा गया है कि इसे इंद्र नंदनवन में ले गये थे। २. परजाता या हरसिंगार नामक पेड़। ३. कचनार। ४. फरहद। ५. सुगंध। |
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समानार्थी शब्द-
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पारिणामिक :
|
वि० [सं० परिणाम+ठञ्—इक] १. परिणाम—संबंधी। २. जिसका कोई परिणाम या रूपांतरण हो सके। जो विकसित हो सके। ३. जो पच सके या पचाया जा सके। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिणामिक :
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वि० [सं० परिणाम+ठञ्—इक] १. परिणाम—संबंधी। २. जिसका कोई परिणाम या रूपांतरण हो सके। जो विकसित हो सके। ३. जो पच सके या पचाया जा सके। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिणाय्य :
|
वि० [सं० परिणय+ष्यञ्] परिणय-संबंधी। पुं० १. वह धन जो कन्या को विवाह के अवसर पर दिया जाता है। दहेज। २. परिणय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिणाय्य :
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वि० [सं० परिणय+ष्यञ्] परिणय-संबंधी। पुं० १. वह धन जो कन्या को विवाह के अवसर पर दिया जाता है। दहेज। २. परिणय। |
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उपलब्ध नहीं |
पारित :
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वि० [सं०√पार्+णिच्+क्त] १. जिसका पारण हुआ हो। २. जो परीक्षा आदि में उत्तीर्ण हो चुका हो। ३. (प्रस्ताव या विधेयक) जो विधिपूर्वक किसी संस्था के द्वारा स्वीकृत किया जा चुका हो। (पास्ड) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारित :
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वि० [सं०√पार्+णिच्+क्त] १. जिसका पारण हुआ हो। २. जो परीक्षा आदि में उत्तीर्ण हो चुका हो। ३. (प्रस्ताव या विधेयक) जो विधिपूर्वक किसी संस्था के द्वारा स्वीकृत किया जा चुका हो। (पास्ड) |
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पारितोषिक :
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पुं० [सं० परितोष+ठक्—इक] १. वह धन जो किसी को देकर परितुष्ट किया जाता है। २. वह धन जो प्रतियोगिता में विजयी या श्रेष्ठ सिद्ध होने पर अथवा कोई असाधारण योग्यता दिखलाने पर उत्साह बढ़ाने के लिए दिया जाता है। (प्राइज) |
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समानार्थी शब्द-
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पारितोषिक :
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पुं० [सं० परितोष+ठक्—इक] १. वह धन जो किसी को देकर परितुष्ट किया जाता है। २. वह धन जो प्रतियोगिता में विजयी या श्रेष्ठ सिद्ध होने पर अथवा कोई असाधारण योग्यता दिखलाने पर उत्साह बढ़ाने के लिए दिया जाता है। (प्राइज) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिदि :
|
पुं०=पारद।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिदि :
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पुं०=पारद।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिद्र :
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पुं० [सं० पारीन्द्र, पृषो० सिद्धि] सिंह। शेर। |
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पारिद्र :
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पुं० [सं० पारीन्द्र, पृषो० सिद्धि] सिंह। शेर। |
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समानार्थी शब्द-
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पारिध्वजिक :
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पुं० [सं० परिध्वज, प्रा० स०,+ठञ्—इक] वह जो हाथ में झंडा लेकर चलता हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिध्वजिक :
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पुं० [सं० परिध्वज, प्रा० स०,+ठञ्—इक] वह जो हाथ में झंडा लेकर चलता हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपाट्य :
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पुं० [सं० परिपाटी+ष्यञ्]=परिपाटी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपाट्य :
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पुं० [सं० परिपाटी+ष्यञ्]=परिपाटी। |
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समानार्थी शब्द-
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पारिपात्रिक :
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वि० [सं० पारिपात्र+ठक्—इक] १. पारिपात्र—संबंधी। २. पारिपात्र पर बसने, रहने या होनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपात्रिक :
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वि० [सं० पारिपात्र+ठक्—इक] १. पारिपात्र—संबंधी। २. पारिपात्र पर बसने, रहने या होनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपार्श्व :
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पुं० [सं० परिपार्श्व+अण्] वह जो साथ-साथ चलता हो। अनुचर। सेवक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपार्श्व :
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पुं० [सं० परिपार्श्व+अण्] वह जो साथ-साथ चलता हो। अनुचर। सेवक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपार्श्विक :
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पुं० [सं० परिपार्श्व+ठक्—इक] [स्त्री० पारिपार्श्विका] १. सेवक। २. नाटक में, स्थापक का सहायक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिपार्श्विक :
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पुं० [सं० परिपार्श्व+ठक्—इक] [स्त्री० पारिपार्श्विका] १. सेवक। २. नाटक में, स्थापक का सहायक। |
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समानार्थी शब्द-
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पारिप्लव :
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वि० [सं० परि√प्लु (गति)+अच्+अण्] १. अस्थिर रहने, हिलने-डुलने या लहरानेवाला। २. तैरनेवाला। ३. विकल। ४. क्षुब्ध। पुं० १. अस्थिरता। २. नाव। ३. विकलता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिप्लव :
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वि० [सं० परि√प्लु (गति)+अच्+अण्] १. अस्थिर रहने, हिलने-डुलने या लहरानेवाला। २. तैरनेवाला। ३. विकल। ४. क्षुब्ध। पुं० १. अस्थिरता। २. नाव। ३. विकलता। |
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पारिप्लाव्य :
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पुं० [सं० पारिप्लव+ष्यञ्] १. अस्थिरता। चंचलता। २. कंपन। ३. आकुलता। ४. हंस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिप्लाव्य :
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पुं० [सं० पारिप्लव+ष्यञ्] १. अस्थिरता। चंचलता। २. कंपन। ३. आकुलता। ४. हंस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिभाव्य :
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पुं० [सं० परिभू+ष्यञ्] जमानत करने या जामिन होने का भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिभाव्य :
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पुं० [सं० परिभू+ष्यञ्] जमानत करने या जामिन होने का भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिभाव्य-धन :
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पुं० [सं० ष० त०] वह धन जो किसी की कोई चीज व्यवहृत करने के बदले में उसके यहाँ अग्रिम जमा किया जाता है और जो उसकी चीज लौटाने पर वापस मिल जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिभाव्य-धन :
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पुं० [सं० ष० त०] वह धन जो किसी की कोई चीज व्यवहृत करने के बदले में उसके यहाँ अग्रिम जमा किया जाता है और जो उसकी चीज लौटाने पर वापस मिल जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिभाषिक :
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वि० [सं० परिभाषा+ठञ्—इक] १. परिभाषा-संबंधी। २. (शब्द) जो किसी शास्त्र या विषय में अपना साधारण से भिन्न कोई विशिष्ट अर्थ रखता हो। (टेकनिकल) |
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समानार्थी शब्द-
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पारिभाषिक :
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वि० [सं० परिभाषा+ठञ्—इक] १. परिभाषा-संबंधी। २. (शब्द) जो किसी शास्त्र या विषय में अपना साधारण से भिन्न कोई विशिष्ट अर्थ रखता हो। (टेकनिकल) |
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समानार्थी शब्द-
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पारिभाषिकी :
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स्त्री० [सं० पारिभाषिक+ङीष्] पारिभाषिक शब्दों की माला या सूची। (टरमिनॉलॉजी) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिभाषिकी :
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स्त्री० [सं० पारिभाषिक+ङीष्] पारिभाषिक शब्दों की माला या सूची। (टरमिनॉलॉजी) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमाण्य :
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पुं० [सं० परिमाण+ष्यञ्] घेरा। मंडल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमाण्य :
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पुं० [सं० परिमाण+ष्यञ्] घेरा। मंडल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमिता :
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स्त्री० [परिमित+अण्+टाप्]=सीमा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमिता :
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स्त्री० [परिमित+अण्+टाप्]=सीमा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमित्य :
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पुं० [सं० परिमित+ष्यञ्] सीमा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमित्य :
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पुं० [सं० परिमित+ष्यञ्] सीमा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमुखिक :
|
वि० [सं० परिमुख+ठक्—इक] [भाव० पारिमुख्य] १. जो मुख के समक्ष या सामने हो। २. जो पास में हो या उपस्थित हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिमुखिक :
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वि० [सं० परिमुख+ठक्—इक] [भाव० पारिमुख्य] १. जो मुख के समक्ष या सामने हो। २. जो पास में हो या उपस्थित हो। |
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समानार्थी शब्द-
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पारियात्र :
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पुं० [सं०] सात पर्वत-श्रेणियों में से एक, जो किसी समय आर्यावर्त की दक्षिणी सीमा के रूप में मानी जाती थी। पारिपात्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारियात्र :
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पुं० [सं०] सात पर्वत-श्रेणियों में से एक, जो किसी समय आर्यावर्त की दक्षिणी सीमा के रूप में मानी जाती थी। पारिपात्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारियात्रिक :
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वि० [स० परियात्रा प्रा० स०,+अण्+ठक् —इक]=पारिपात्रिक (परिपात्र-संबंधी)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारियात्रिक :
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वि० [स० परियात्रा प्रा० स०,+अण्+ठक् —इक]=पारिपात्रिक (परिपात्र-संबंधी)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारियानिक :
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पुं० [सं० परियान प्रा० स०,+ठक्—इक] ऐसा यान जिस पर यात्रा की जाती हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारियानिक :
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पुं० [सं० परियान प्रा० स०,+ठक्—इक] ऐसा यान जिस पर यात्रा की जाती हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिरक्षक :
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पुं० [सं० परि√रक्ष्+ण्वुल्—अक+अण्] संन्यासी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिरक्षक :
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पुं० [सं० परि√रक्ष्+ण्वुल्—अक+अण्] संन्यासी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिव्राज्य :
|
पुं० [सं० परिव्राज्+ण्य्ञ्] संन्यास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिव्राज्य :
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पुं० [सं० परिव्राज्+ण्य्ञ्] संन्यास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिश्रमिक :
|
पुं० [सं० परिश्रम+ठक्—इक] किये हुए परिश्रम के बदले में मिलनेवाला धन। कोई कार्य करने की मजदूरी। (रिम्यूनरेशन) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिश्रमिक :
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पुं० [सं० परिश्रम+ठक्—इक] किये हुए परिश्रम के बदले में मिलनेवाला धन। कोई कार्य करने की मजदूरी। (रिम्यूनरेशन) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिष :
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स्त्री०=परख।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिष :
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स्त्री०=परख।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिषद :
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पुं० [सं० परिषद्+अण्] परिषद् में बैठनेवाला व्यक्ति। परिषद् का सदस्य। (काउंसिलर) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिषद :
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पुं० [सं० परिषद्+अण्] परिषद् में बैठनेवाला व्यक्ति। परिषद् का सदस्य। (काउंसिलर) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिषद्य :
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पुं० [सं० परिषद्+ण्य] अभिनय आदि का दर्शक। सामाजिक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिषद्य :
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पुं० [सं० परिषद्+ण्य] अभिनय आदि का दर्शक। सामाजिक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिस्थितिक :
|
वि० [सं परिस्थिति+ठक्—इक] १. परिस्थिति संबंधी। २. जो परिस्थितियों का ध्यान रखकर या उनके विचार से किया गया हो। (सर्कस्टैन्शल) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिस्थितिक :
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वि० [सं परिस्थिति+ठक्—इक] १. परिस्थिति संबंधी। २. जो परिस्थितियों का ध्यान रखकर या उनके विचार से किया गया हो। (सर्कस्टैन्शल) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिहारिकी :
|
स्त्री० [सं० परिहार+ठक्—इक+ङीष्] एक तरह की पहेली। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिहारिकी :
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स्त्री० [सं० परिहार+ठक्—इक+ङीष्] एक तरह की पहेली। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिहास्य :
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पुं० [सं० परिहास+ष्यञ्]=परिहास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पारिहास्य :
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पुं० [सं० परिहास+ष्यञ्]=परिहास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |