शब्द का अर्थ
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पिठवन :
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स्त्री० [सं० पृष्ठवर्णी] जमीन पर फैलनेवाला तथा दो-ढाई फुट ऊँचा एक प्रसिद्ध क्षुप् जिसके गोल पत्ते तथा बीज दवा के काम आते हैं। ये रक्त-अतिसार, तृषा और वमननाशक तथा वीर्यवर्धक होते हैं। पिछौनी। पिथिवन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिठवन :
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स्त्री० [सं० पृष्ठवर्णी] जमीन पर फैलनेवाला तथा दो-ढाई फुट ऊँचा एक प्रसिद्ध क्षुप् जिसके गोल पत्ते तथा बीज दवा के काम आते हैं। ये रक्त-अतिसार, तृषा और वमननाशक तथा वीर्यवर्धक होते हैं। पिछौनी। पिथिवन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |