शब्द का अर्थ
|
पिसाई :
|
स्त्री० [हिं० पीसना] १. पीसने की क्रिया, भाव या मजदूरी। २. चक्की पीसने का व्यवसाय। ३. चक्की पीसने पर मिलनेवाला पारिश्रमिक। ४. वह अवस्था जिसमें आदमी को बहतु अधिक परिश्रम करते-करते थककर चूर हो जाना पड़ता है। जैसे—दिन भर कार्यालय में पिसाई करने पर संध्या को थका-माँदा घर आता था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिसाई :
|
स्त्री० [हिं० पीसना] १. पीसने की क्रिया, भाव या मजदूरी। २. चक्की पीसने का व्यवसाय। ३. चक्की पीसने पर मिलनेवाला पारिश्रमिक। ४. वह अवस्था जिसमें आदमी को बहतु अधिक परिश्रम करते-करते थककर चूर हो जाना पड़ता है। जैसे—दिन भर कार्यालय में पिसाई करने पर संध्या को थका-माँदा घर आता था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |