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			| शब्द का अर्थ |  
				| पूर्ण-परिवर्तक					 : | पुं० [कर्म० स०] वह जीव जो अपने जीवन में अनेक बार रूप आदि बदलता हो। जैसे—कीड़े-मकोड़े, तितली, मेढक आदि। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पूर्ण-परिवर्तक					 : | पुं० [कर्म० स०] वह जीव जो अपने जीवन में अनेक बार रूप आदि बदलता हो। जैसे—कीड़े-मकोड़े, तितली, मेढक आदि। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |