पूर्वक/poorvak

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

पूर्वक  : अव्य० [सं०] समस्त पदों के अन्त में (क) सहित या साथ। (ख) (कोई काम) अच्छी तरह से करते हुए। जैसे—ध्यानपूर्वक, विचारपूर्वक।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वक  : अव्य० [सं०] समस्त पदों के अन्त में (क) सहित या साथ। (ख) (कोई काम) अच्छी तरह से करते हुए। जैसे—ध्यानपूर्वक, विचारपूर्वक।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकल्प  : पुं० [कर्म० स०] प्राचीन काल।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकल्प  : पुं० [कर्म० स०] प्राचीन काल।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकल्याण  : पुं० [सं०] संगीत में एक प्रकार का राग।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकल्याण  : पुं० [सं०] संगीत में एक प्रकार का राग।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकाय  : पुं० [एकदेशित०] शरीर का पूर्व या ऊपरी भाग। नाभि से ऊपर का भाग।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकाय  : पुं० [एकदेशित०] शरीर का पूर्व या ऊपरी भाग। नाभि से ऊपर का भाग।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकाल  : पुं० [कर्म० स०] १. बीता हुआ समय। २. पुराना जमाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकाल  : पुं० [कर्म० स०] १. बीता हुआ समय। २. पुराना जमाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकालिक  : वि० [सं० पूर्व-काल, कर्म० स०,+ठन्—इक] १. जिसकी उत्पत्ति या जन्म पूर्वकाल में हुआ हो। पूर्वकाल जात। २. पूर्व समय या पुराने जमाने से संबद्ध। ३. जिसका अवस्थान या स्थिति पूर्वकाल में रही हो। पुराने जमाने का।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकालिक  : वि० [सं० पूर्व-काल, कर्म० स०,+ठन्—इक] १. जिसकी उत्पत्ति या जन्म पूर्वकाल में हुआ हो। पूर्वकाल जात। २. पूर्व समय या पुराने जमाने से संबद्ध। ३. जिसका अवस्थान या स्थिति पूर्वकाल में रही हो। पुराने जमाने का।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकालिक क्रिया  : स्त्री० [सं०] व्याकरण में धातु से बना हुआ वह कृदंत जो क्रिया विशेषण की तरह युक्त होता है तथा जिससे सूचित होता है कि अमुक कार्य होने के बाद ही मुख्य क्रिया द्वारा निर्देशित कार्य हुआ या होगा। यह रूप धातु में ‘कर’ लगने से बनता है। विशेष—यह घटना क्रम के विचार से होनेवाले क्रिया के दो भेदों में एक है। दूसरा भेद समापक या समापिका क्रिया कहलाता है।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकालिक क्रिया  : स्त्री० [सं०] व्याकरण में धातु से बना हुआ वह कृदंत जो क्रिया विशेषण की तरह युक्त होता है तथा जिससे सूचित होता है कि अमुक कार्य होने के बाद ही मुख्य क्रिया द्वारा निर्देशित कार्य हुआ या होगा। यह रूप धातु में ‘कर’ लगने से बनता है। विशेष—यह घटना क्रम के विचार से होनेवाले क्रिया के दो भेदों में एक है। दूसरा भेद समापक या समापिका क्रिया कहलाता है।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकालीन  : वि० [सं० पूर्वकाल+ख—ईन] पुराने जमाने का। प्राचीन पुराना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकालीन  : वि० [सं० पूर्वकाल+ख—ईन] पुराने जमाने का। प्राचीन पुराना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकृत्  : पुं० [सं० पूर्व√कृ (करना)+क्विप्] पूर्व दिशा के कर्ता सूर्य। भू० कृ० पहले किया हुआ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पूर्वकृत्  : पुं० [सं० पूर्व√कृ (करना)+क्विप्] पूर्व दिशा के कर्ता सूर्य। भू० कृ० पहले किया हुआ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ