शब्द का अर्थ
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पेखना :
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स० [सं० प्रेक्षण, प्रा० पेक्खण] १. कुतूहलपूर्वक और मनोविनोद के लिए कुछ समय तक देखते रहना। २. अवलोकन करना। देखना। पुं० १. दृश्य। २. तमाशा। उदा०—दिवस चारि कौ पेखना, अंति खेह की खेह।—कबीर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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