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			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रादुर्भूत-मनोभवा					 : | स्त्री० [ब० स०] केशव के अनुसार मध्या नायिका के चार भेदों में से एक। ऐसी नायिका जिसके मन में काम का पूरा प्रादुर्भाव होता हो और कामकला के समस्त चिह्न प्रकट होते हों। साहित्य दर्पण में इसे प्ररूढ़-स्मर यौवना लिखा है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |