शब्द का अर्थ
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प्रावर :
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पुं० [सं० प्र-आ√वृ (घेरना)+अप्] प्राचीर। चहारदीवारी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रावरण :
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पुं० [सं० प्र—आ√वृ+ल्युट्—अन] १. ढाँकने का कपड़ा। आवरण। २. ढँकना। ढक्कन। ३. उत्तरीय या ओढ़ने का कपड़ा। चादर। |
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समानार्थी शब्द-
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प्रावरणीय :
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पुं० [सं० प्र—आ√वृ+अनीयर] ओढ़ने का वस्त्र। उपरना या दुपट्टा। वि० जिससे कुछ ढका जाय या ढाका जा सके। |
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प्रावर्तन :
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पुं० [सं० प्र—आ√वृत् (बरतना)+ल्युट्—अन] दे० ‘परावर्तन’। |
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