शब्द का अर्थ
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प्लुत :
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वि० [सं० √प्लु+क्त] जो काँपता हुआ चलता हो। २. डूबा हुआ। प्लावित। ३. बहुत गीला या तर। ४. ताल, स्वर आदि मात्राओं में युक्त। तीन मात्राओंवाला। पुं० १. टेढ़ी और उछालवाली चाल। २. घोड़े की एक प्रकार की चाल जिसे पोइया या पोई कहते हैं। ३. (व्याकरण में किसी स्वर-वर्ण के उच्चरित होने की वह अवस्था) जिसमें धारणा की अपेक्षा तिगुना समय लगा हो। इसका चिह्न ऽ है। जैसे—ओऽम्। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्लुति :
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स्त्री० [सं० √प्लु+क्तिन्] १. उछल-कूद की चाल। २. पोई नामक साग। ३. तीन मात्राओं से युक्त वर्ण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |