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			| शब्द का अर्थ |  
				| फरहरा					 : | पुं० [हिं० फहराना] १. कपड़े आदि का वह तिकोना या चौकोना टुकड़ा जिसे छड़ के सिरे पर लगाकर झंडी बनाते हैं और जो हवा के झोंके से उडता रहता है २. झंडा। पताका। वि०=फरहर (देखें) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| फरहराना					 : | अ०, स०=फरहरना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |