| शब्द का अर्थ | 
					
				| भंजा					 : | स्त्री० [सं० भंज्+अच्—टाप्] अन्नपूर्णा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| भंजाई					 : | स्त्री० [हिं० भाँजना] १. बाँजने की अवस्था, क्रिया, ढंग या भाव २. कोरे या छपे हुए कागज को परतों में मोड़ने की क्रिया भाव या मजदूरी। स्त्री० दे० ‘भुनाई’। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| भँजाना					 : | स० [हिं० भँजना का स०] १. किसी को कुछ भाँजने में प्रवृत्त करना। २. भाँजने का काम किसी से कराना। भँजवाना। (दे० ‘भाँजना और भँजना’)। अ०=भँजना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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