शब्द का अर्थ
|
भरा :
|
वि० [हिं० भरना] [स्त्री० भरी] १. जिसमें कोई चीज पूरी तरह से डाली गई हो या पड़ी हो। जैसे—भरा घड़ा, भरा बोरा। २. जिसमें अपेक्षित आवश्यक, उपयुक्त या संगत तत्त्व अतवा पदार्थ यथेष्ट मात्रा में हो। जैसे—भरी गोद, भरा घर, भरी बंदूक, भरा बाजार, भरी सभा ३.जो यथेष्ट उत्कर्ष, उन्नति अर्थात् पूर्णता तक पहुँच चुका हो। जैसे—भरी जवानी, भरी बरसात भरा शरीर। ४. जो किसी विशिष्ट तत्त्व या बात से इस प्रकार बहुत कुछ मुक्त हो कि जरा या संकेत या सहारा पाकर उबल या फूट पड़े। जैसे—वह तो पहले ही (क्रोध या दुःख से) बरा बैठा था, तुम्हे देखते ही बिगड़ खड़ा हुआ। पद—भरी सभा में=सब के सामने। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भरा-महीना :
|
पुं० [हिं० पद] बरसात के दिन जिसमें खेतों में बीज बोये जाते हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भराई :
|
स्त्री० [हिं० भरना] १. भरने की क्रिया, भाव या पारिश्रमिक। २. मध्य युग में एक प्रकार का स्थानीय कर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भरांचिटी :
|
स्त्री० [देश०] एक प्रकार की घास। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भराँति :
|
स्त्री०=भ्रांति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भरापूरा :
|
वि० [हिं०] १. जिसमें किसी बात की कमी या न्यूनता न हो। सब प्रकार से या सभी अपेक्षित बातों से युक्त। २. हर तरह से संपन्न और सुखी। जैसे—भरा-पूरा घर या परिवार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भराव :
|
पुं० [हिं० भरना+आव (प्रत्य)] १. भरे हुए होने की अवस्था या भाव। २. भरने की क्रिया या भाव। ३. वह पदार्थ या रचना जिससे कोई अवकाश या खाली जगह भरी गई हो या भरी जाती हो। जैसे—कसीदे की बूटियों में तागों का भराव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |