शब्द का अर्थ
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					मंडूक					 :
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					पुं० [सं०√मंड्+ऊकण्] १. मेढ़क। २. एक प्राचीन ऋषि। ३. प्राचीन काल का एक प्रकार का बाजा। ४. एक प्रकार का नृत्य। ५. संगीत में रुद्रताल के ग्यारह भेदों में से एक। ६. एक प्रकार का फोड़ा। ७. दोहा, छंद का पाँचवा भेद जिसमें १८ गुरु और १२ लघु अक्षर होते हैं।				 | 
			
			
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					मंडूक-पर्णी					 :
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					स्त्री० [सं० ब० स०, ङीष्] १. ब्राह्मी बूटी। २. मंजीठ।				 | 
			
			
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					मंडूक-प्लुति					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] १. मेंढक का छलाँगे लगाना। २. मेंढक की तरह छलाँगें लगाना।				 | 
			
			
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					मंडूका					 :
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					स्त्री० [सं० मंडूक+टाप्] मंजिष्ठा। मंजीठ।				 | 
			
			
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					मंडूकी					 :
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					स्त्री० [सं० मंडूक+ङीष्] १. ब्राह्मी। २. आदित्य-भक्ता।				 | 
			
			
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