शब्द का अर्थ
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मंत्र-तंत्र :
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पुं० [सं० द्व० स०] वे मंत्र जो कुछ विशिष्ट प्रकार की क्रियाओं के साथ जादू-टोने के रूप में किसी अभीष्ट सिद्धि के लिए पढ़े जाते हैं। विशेष—ऐसे मंत्र या तो तंत्रशास्त्र के क्षेत्र के होते हैं; या उनके अनुकरण पर मन-माने ढंग से बनाये हुए होते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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