शब्द का अर्थ
|
मर्मर :
|
पुं० [सं०√मृ+अरन्, मुट्-आगम] १. पत्तों के हिलने से होनेवाली खड़खड़ाहट। २. ऐसा कलफदार कपड़ा जिससे मर्मर शब्द निकलता हो। पुं० दे० ‘मर्मर’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मर्मरित :
|
भू० कृ० [सं० मर्मर+इतच्] मर्मर ध्वनि करता हुआ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मर्मरी :
|
स्त्री० [सं० मर्मरी+ङीष्] १. एक तरह का देवदारु। २. हलदी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मर्मरीक :
|
पुं० [सं० मर्मर+ईकन्] १. निर्धन व्यक्ति। २. दुष्ट व्यक्ति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |