शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					मार्जन					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०√मृज् (शुद्ध करना)+णिच्+ल्युट्—अन] १. दोष। मल आदि दूर करके साफ करने की किया या भाव। सफाई। २. अपने ऊपर जल छिड़ककर अपने आपको शुद्ध करना। ३. भूल, दोष आदि का परिहार। ४. लोध नामक वृक्ष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मार्जना					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०√मृज्+णिच्+युच्—अन,+टाप्] १. मार्जन करने की किया या भाव। सफाई। २. क्षमा। माफी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मार्जनी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० मार्जन+ङीप्] १. झाड़ू। बुहारी। २. संगीत में मध्यम स्वर की एक श्रुति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मार्जनीय					 :
				 | 
				
					[सं० √मृज्+णिच्+अनीयर] अग्नि। वि० जिसका मार्जन होना आवश्यक या उचित हो। मार्जन के योग्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |