शब्द का अर्थ
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मुजरा :
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वि० [अ० मुज्रा] १. जो जारी किया गया हो। २. (धन) जो प्राप्य होने के कारण किसी देय में से काट लिया जाय। जैसे—हमारे दस रुपये इसमें से मुजरा कर दो। पुं० [अ०] १. किसी बड़े के सामने झुक-झुककर किया जानेवाला अभिवादन। २. वह गाना जो महफिल आदि में वेश्या बैठकर गाती हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुजराई :
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पुं० [फा० मुजरा] १. वह जो राजा, रईसों आदि के सामने झुककर मुजरा अर्थात् अभिवादन करता हो। जैसे—दरबार में बहुत से मुजराई उपस्थित थे। २. वह जो बड़े आदमियों को नित्य आकर सलाम कर जाने के बदले में ही वेतन पाता हो। स्त्री० [हिं० मुजरा+ई (प्रत्यय)] १. रकम मुजरा करने अर्थात् काटने की क्रिया या भाव। २. मुजरा की हुई अर्थात् काटकर घटाई हुई रकम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुजराकंद :
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पुं० [सं० मुंजर] एक प्रकार का कंद। मुंजात। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |