शब्द का अर्थ
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मुरस्सा :
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वि० [अ० मुरस्सआ] रत्न-जटित। जड़ाऊ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुरस्साकार :
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पुं० [अ० मुरस्सआ+फा० कार] [भाव० मुरस्साकारी] रत्न-जटित आभूषण बनानेवाला। जड़िया। वि० रत्नों से जड़ा हुआ। जड़ाऊ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुरस्साकारी :
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स्त्री० [अ० मुरस्सअः+फा० कारी] १. गहनों में नग आदि जड़ने का काम। २. उक्त प्रकार के काम का पारिश्रमिक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |