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			| शब्द का अर्थ |  
				| लमक					 : | पुं० [सं√रम् (क्रीड़ा)+क्वुन्, अक-र-ल] १. जार। उपपति। २. लंपट। व्यभिचारी। स्त्री० [हिं० लमकना] लमकने की क्रिया या भाव। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| लमकना					 : | अ० [हिं० लंबा] लंबाई के बल नीचे की ओर लटकना। (पश्चिम) अ०=लपकना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |