शब्द का अर्थ
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					वंचन					 :
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					पुं० [सं०√वंच्+णिच्+ल्युट-अन] [भू० कृ० वंचित] १. धोखा देना या ठगना। २. धूर्त्तता। ठगी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					वंचन-योग					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] ठगी का अभ्यास।				 | 
			
			
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					वंचना					 :
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					स्त्री० [सं०√वंच्+णिच्+युच्-अन,टाप्] छलपूर्वक किसी को ठगने या धोखा देने की क्रिया या भाव। स० १. छलपूर्वक व्यवहार करना। २. ठगना। ३. वास्तविक रूप या बात छिपाकर कुछ और ही बात बनाना या मिथ्या रूप उपस्थित करना (चीटिंग)स०=बाँचना (पढ़ना)।				 | 
			
			
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					वंचनीय					 :
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					वि० [सं०√वंच्+अनीयर] १. जो ठगे जाने के योग्य हो। जिसे ठग सकें। २. जो छोड़े या त्यागे जाने के योग्य हो।				 | 
			
			
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