शब्द का अर्थ
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					वारी					 :
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					स्त्री० [सं० वारि+ङीष्] १. हाथी के बाँधने की जंजीर या अँडुआ। गजबंधन। २. छोटा घड़ा। कलसा। वि० स्त्री० दे० ‘वारा’ के अन्तर्गत ‘वारी’ जाना आदि मुहा०।				 | 
			
			
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					वारी-फेरी					 :
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					स्त्री०=वारा-फेरा।				 | 
			
			
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					वारींद्र					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] समुद्र।				 | 
			
			
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					वारीश					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] समुद्र।				 | 
			
			
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