शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					विपिन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√वेप् (काँपना)+इनन्] १. वन। जंगल। २. उपवन। वाटिका। ३. समूह। वि० घना। सघन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					विपिनचर					 :
				 | 
				
					वि० [सं० विपिन√चर् (चलना)+अच्] १. वन में रहनेवाला वनचर। पुं० १. जंगली आदमी। २. जंगली जीव-जन्तु।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					विपिनतिलका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० ष० त०+टाप्] एक प्रकार की वर्णवृत्ति जिसके प्रत्येक चरण में नगण, रगण, नगण और दो रगण होते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					विपिनपति					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ष० त०] वनराज। सिंह।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					विपिनबिहारी					 :
				 | 
				
					वि० [सं० विपिन-वि√हृ (हरण करना)+णिनि, दीर्घ, न-लोप, विपिन+बिहारी] विचरनेवाला। पुं० श्रीकृष्ण।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |