शब्द का अर्थ
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					विभक्त					 :
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					भू० कृ० [सं०वि√भज् (भाग करना)+क्त, तृ० त०] १. जिसके विभाग किए गये हों। २. अलग किया हुआ। ३. बाँटा हुआ। जिसे पैतृक संपत्ति से में से अपना अंश प्राप्त हो गया हो। पुं० वह अंश जो किसी को पैतृक संपत्ति में से प्राप्त हुआ हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					विभक्तज					 :
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					पुं० [सं० विभक्त√जन् (उत्पन्न होना)+ड] सम्पत्ति के बँटवारे के बाद पैदा होनेवाला लड़का। (स्मृति)				 | 
			
			
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					विभक्तवाद					 :
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					पुं० [सं०] [वि० विभक्तवादी] यह मत या सिद्धान्त कि त्यागियों तथा साधुओं को संसार या समाज से अलग रहना चाहिए।				 | 
			
			
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					विभक्ति					 :
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					स्त्री० [सं० वि√भज्+क्तिन्] १. विभक्त करने या होने की अवस्था या भाव। विभाग। बाँट। २. अलगाव। पार्थक्य। ३. संस्कृत व्याकरण के अनुसार शब्द में लगनेवाला वह प्रत्यय जिससे उस शब्द का कारक, लिंग तथा वचन जाना जाता है।				 | 
			
			
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