शब्द का अर्थ
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					विमर्द					 :
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					पुं० [वि√मद् (रगड़ना)+घञ्] १. रगड़ना। २. रौंदना। ३. संघर्ष। ४. नाश। ५. बाधा। संपर्क। ६. खग्रास। (ग्रहण)।				 | 
			
			
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					विमर्दक					 :
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					वि० [सं० विमर्द+कन्] विमर्दन करनेवाला।				 | 
			
			
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					विमर्दन					 :
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					पुं० [सं०वि√मृद् (मर्दन करना)+ल्युट-अन] [वि० विमर्दनीय, भू० कृ० विमर्दित] १. खूब मर्दन करना। अच्छी तरह मलना-दलना। २. खूब रगड़ना या रौंदना। ३. कुचलना या पीसना। ४. नष्ट करना। ५. मार डालना। ६. बहुत अधिक कष्ट देना या पीडि़त करना। ७. अंकुरित या प्रस्फटित होना। (सांख्य)।				 | 
			
			
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					विमर्दित					 :
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					भू० कृ० [सं० वि√मृद् (रगड़ना)+क्त, तृ० त०] १. मला-दला हुआ। २. कुचला या रौंदा हुआ। ३. नष्ट किया हुआ। ४. पीड़ित ५. अपमानित।				 | 
			
			
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					विमर्दी					 :
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					वि० [सं० विमर्द+इनि, विमर्दिन] [स्त्री० विमर्दिनी] विमर्दन करनेवाला। विमर्दक।				 | 
			
			
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