शब्द का अर्थ
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					विरद					 :
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					पुं० [सं० विरुद्ध] १. बड़ा और सुन्दर नाम। २. ख्याति। प्रसिद्धि। ३. कीर्ति। यश। वि० जिसे रद अर्थात् दाँत न हो। दन्तहीन।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					विरदावली					 :
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					स्त्री०=विरुदावली।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					विरदैप					 :
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					वि० [हिं० विरद+ऐत (प्रत्यय)] १. बड़े विरदावली। २. कीर्ति या यशवाला। ३. किसी का विरद बखानने वाला। पुं० चारण।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |