शब्द का अर्थ
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					वृद्धिक					 :
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					पुं० [सं०] लिखाई में एक प्रकार का चिन्ह जो इस बात का सूचक होता है कि लिखाई या छपाई में यहाँ कोई पद या शब्द भूल से बढ़ा दिया गया है। यह इस प्रकार लिखा जाता है— ^				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					वृद्धिका					 :
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					स्त्री० [सं० वृद्धि+कन्+टाप्] १. ऋद्धि नाम की ओषधि। २. सफेद अपराजिता। ३. अर्कपुष्पी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |