शब्द का अर्थ
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वृषण :
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पुं० [सं०√वृष (उत्पन्न करना)+क्यु—अन] १. इन्द्र। २. कर्ण। ३. विष्णु। ४. पीड़ा के कारण होनेवाली बेहोशी। ५. अंडकोश। ६. साँड़। ७. घोड़ा। ८. पेड़। वृक्ष। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वृषण-कच्छू :
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स्त्री० [सं ष० त०]१. एक रोग जिसमें पसीने, मैल आदि के कारण अंङकोष के आसपास फुन्सियां निकल आती हैं। २. उक्त रोग में निकलने वाली फुन्सियाँ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वृषणाश्व :
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पुं० [सं० बं० सं० या ष० त०] १. एक प्रसिद्ध वैदिक राजा। २. इन्द्र के घोड़े का नाम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |