शब्द का अर्थ
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					व्यलीक					 :
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					पुं० [सं० वि√अल् (पूरा होना)+कीकन्] १. ऐसा अपराध जो काम के आवेग के कारण किया जाय। २. किसी प्रकार का अपराध। कसूर। ३. डाँट-डपट। फटकार। ४. कष्ट। दुःख। ५. विट। ६. विलक्षणता। ७. शोकोच्छवास। ८. झगड़ा। ९. झंझट। बखेड़ा। १॰. ओलती। वि० १. जो अच्छा न लगे। अप्रिय। २. कष्टदायक। ३. अपरिचित। ४. अद्भुत। विलक्षण।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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