शब्द का अर्थ
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					संवल					 :
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					पुं० [सम्+वल् (संवरण करना)+क]=संवल।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संवलन					 :
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					पुं० [सं० सम्+वलन] [वि० संवलित] १. किसी ओर घुमाना या मोड़ना। २. मिलाना। मिश्रण। ३. मेल। ४. मिलावट। मिश्रण। ५. ऐसी व्यवस्था करना कि आवश्यकता के अनुसार घटाया-बढाया जा सके। (कंडीशनिंग) जैसे—वायु-संवलन। ६. बल दिखाने के लिए मुठ-भेड़ करना। (भिड़ंना)।				 | 
			
			
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					सँवलाना					 :
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					अ० [हिं० साँवला] रंग का साँवला पड़ना या होना। उदा०—लड़की का चेहरा और ज्यादा साँवला गया।—सआदत हसन मन्टो। स० साँवला करना। जैसे—धूप ने उसका रंग सँवला कर दिया था।				 | 
			
			
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					संवलित					 :
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					भू० कृ० [सम्√बल् (पकड़ना)+क्त] १. जिसका संकलन हुआ हो या किया हो। २. किसी के साथ मिला हुआ। युक्त। सहित। ३. घिरा या घेरा हुआ। ४. जो शत्रु से भिड़ या लड़ गया हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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