संधाना/sandhaana

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सधाना  : स० [हि० सधना का प्रे०] १. साधने का काम दूसरे से कराना। दूसरे को साधने में प्रवृत्त करना। २. जंगली पशु-पक्षियों को अपने पास या साथ रखकर पालतू बनाना और उन्हें विशिष्ट प्रकार के आचरण सिखाना। उदाहरण—मुद्दत में अब इस बच्चे को है हमने सधाया। लड़ने के सिवा नाच भी है इसको सिखाया।—नजीर। ३. उचित आचरण या उपयोग करते हुए किसी काम या चीज का अंत या समाप्ति करना। ४. किसी को अपने अनुकूल बनाने के लिए परचाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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