शब्द का अर्थ
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					समह					 :
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					अव्य० [सं० समस्त] साथ संग।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					समहर					 :
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					पुं०=समर (युद्ध)। उदाहरण—मारु परधर मारका ठहरे समहर ठौड़।—बाँकीदास। वि०=सम-थल।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					समहित					 :
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					पुं० [सं०] वह स्थिति जिसमें अनेक देश या राष्ट्र प्रायः एक से विचार रखते हों, एक ही तरह के स्वार्थों का ध्यान रखते हों और अनेक विषयों में एक ही नीति के अनुसार मिलकर चलते हों (एन्टेन्ट)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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