शब्द का अर्थ
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					सवाल					 :
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					पुं० [अ] [बहु० सवालात] १. पूछने की क्रिया या भाव। २. वह बात जो पूछी जाय। प्रश्न। पद—सवाल-जवाब। ३. गणित में कोई ऐसी समस्या जिसका उत्तर निकालना या निराकरण करना हो। प्रश्न (क्वेश्चन उक्त सभी अर्थो में) ४. कुच पाने या माँगने के लिए की जानेवाली प्रार्थना। जैसा—भिखारिन ने रूखे सिख के सामने दाँत निकालकर सवाल किया।—उग्र। ५. वह प्रार्थना पत्र जो न्यायालय में किसी पर कोई अभियोग चलाने के लिए न्यायाधीश के सामने उपस्थित किया जाता है। मुहावरा—(किसी पर) सवाल देना= (क) नालिश करना। (ख) फरियाद करना। ६. प्रार्थना। विनती।				 | 
			
			
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					सवाल-जवाब					 :
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					पुं० [अ०] १. प्रश्न और उसका उत्तर। २. तर्क-वितर्क। वाद-विवाद। बहस। जैसा—बड़ों से सवाल-जबाव करना ठीक नहीं। ३. झगड़ा। तकरार। हुज्जत।				 | 
			
			
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					सवालिया					 :
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					वि० [अ० सवालियः] १. सवाल के रूप में होनेवाला। २. व्याकरण में वाक्य जो पाठक या श्रोता से उत्तर की अपेक्षा रखता हो। प्रश्नात्मक।				 | 
			
			
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					सवाली					 :
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					वि० [हि० सवाल]=सवालिया। पुं० वह जिसने कोई सवाल अर्थात् प्रार्थना या याचना की हो।				 | 
			
			
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