शब्द का अर्थ
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					सुघड़					 :
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					वि० [सं० सुघट] [भाव० सुघड़ई, सुघड़पन] १. अच्छी तरह गढ़ा हुआ, फलतः सुडौल और सुन्दर। २. जो हर काम अच्छी तरह या ठीक ढंग से कर सकता हो। कुशल। निपुण। होशियार।				 | 
			
			
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					सुघड़-भलाई					 :
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					स्त्री० [हि०] १. कौशल या चतुराई से भरी हुई चापलूसी की बातें। २. मीठी पर स्वार्थपूर्ण बातें करने का गुण या योग्यता।				 | 
			
			
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					सुघड़ई					 :
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					स्त्री०१.=सुघड़पन। २. =सुघरई (रागिनी)।				 | 
			
			
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					सुघड़ता					 :
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					स्त्री०=सुघड़पन।				 | 
			
			
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					सुघड़पन					 :
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					पुं० [हि० सुघड़+पन (प्रत्यय)] सुघड़ होने की अवस्था गुण या भाव। सुघड़ई।				 | 
			
			
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					सुघड़ाई					 :
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					स्त्री०=सुघड़ई।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सुघड़ापा					 :
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					पुं० [हि० सुघड़+आपा (प्रत्यय)] सुघड़पन।				 | 
			
			
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					सुघड़ी					 :
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					स्त्री० [हि० सु+घड़ी] अच्छी शुभ घड़ी।				 | 
			
			
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