शब्द का अर्थ
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					सुचंद					 :
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					वि०=सुचंग। पुं० [हि० सु+चाँद] पूर्णिमा का चंद्रमा। उदाहरण—गुन ज्ञान मान सुचंद है।—पद्याकर।				 | 
			
			
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					सुचंदन					 :
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					पुं० [सं० ब० स० प्रा० स०] पतंग या बक्कम नाम की लकड़ी। जिसका व्यवहार औषधि और रंग आदि में होता है। रक्त सार सुरंग।				 | 
			
			
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					सुचंद्र					 :
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					पुं० [सं० ब० स] १. एक गंधर्व का नाम। २. सिंहिका के पुत्र का नाम।				 | 
			
			
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					सुचंद्रा					 :
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					स्त्री० [सं० सुचद्र-टाप्] एक प्रकार की समाधि। (बौद्ध)।				 | 
			
			
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