शब्द का अर्थ
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					सुपत					 :
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					वि० [सं० सु.+हिं० पत=प्रतिष्ठा] अच्छी पत या प्रतिष्ठावाला। प्रतिष्ठित।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सुपतिक					 :
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					पुं० [डिं.] ऐसा डाका जो रात के समय पड़े।				 | 
			
			
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					सुपत्थ					 :
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					पुं०=सुपथ।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सुपत्नी					 :
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					स्त्री० [सं०] १. अच्छी पत्नी। २. स्त्री जिसका पति अच्छा हो।				 | 
			
			
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					सुपत्र					 :
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					वि० [सं०] १. सुंदर पत्तोंवाला। २. सुंदर पंखों या परोंवाला। पुं० [सं०] १. तेजपत्र। तेजपत्ता। २. इंगुदी। हिंगोट। ३.हुरहुर। आदित्य-पत्र। ४. एक पौराणिक पक्षी।				 | 
			
			
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					सुपत्रक					 :
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					पुं० [सं०] सहिजन।				 | 
			
			
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					सुपत्रा					 :
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					स्त्री० [सं०] १. रूद्रजटा। २. शतावार। ३.शालपर्णी। सरिवन। ४. पालक का साग।				 | 
			
			
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					सुपत्रिक					 :
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					भू० कृ० [सं०] १. सुन्दर पत्तों या पत्रों से युक्त। २. सुन्दर पंखों या परों से युक्त। ३. अच्छे तीरो से युक्त।				 | 
			
			
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					सुपत्री (त्रिन्)					 :
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					वि० [सं०] पंखों या तीरों से भली-भाँति युक्त। स्त्री० गंगापत्नी नाम का पौधा।				 | 
			
			
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