शब्द का अर्थ
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					सोज					 :
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					स्त्री० [हिं० सूजना] वह विकार जो सूजेस हुए होने का सूचक होता है। पुं० [फा०] १. जलन। दाह। २. तीव्र मानसिक कष्ट या वेदना। ३. ऐसा मरसिया या शोक—सूचक शब्द जो लय सुर मे गाकर पढ़ा जाता हो। (मुसल०) स्त्री० =सौंज।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सोजन					 :
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					पुं० [फा०] १. सुई। २. काँटा। (लश०)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सोजना					 :
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					अ० [हिं० सजना] शोभा देना। भला जान पड़ना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सोजनी					 :
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					स्त्री० =सुजनी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सोजा					 :
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					पुं० [हिं० सावज] शिकार करने के योग्य पशु या पंछी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सोजि					 :
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					वि० [हिं० सो+जु] १. वह भी। २. वही।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सोजिश					 :
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					स्त्री० [फा०] सूजन। शोथ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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