शब्द का अर्थ
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					स्रवण					 :
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					पुं० [सं०] [वि० स्रवणीय] १. बहने की क्रिया या भाव। बहाव। प्रवाह। २. गर्भ का समय से पहले गिरना। गर्भपात। ३. स्तन जिससे दूध निकलता है। छाती (क्व.)। उदाहरण–बिनु स्रवणा खीर पिला उआ।–कबीर। ४. पसीना।। ५. मूत्र। पेशाब।				 | 
			
			
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					स्रवण-क्षेत्र					 :
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					पुं० [सं०] वह सारा क्षेत्र जहाँ का वर्षा-जल एकत्र होकर किसी नदी के मूल का रूप धारण करता हो। अपवाह–क्षेत्र। जाली। (कैचमेन्ट एरिया)।				 | 
			
			
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